बैल, राज से लेकर किस्मत तक, हिंदी सिनेमा एक ही नाम से कई फिल्मों का दौर पुराना हो चुका है. ये वो कलाकार हैं, जिन पर दो-तीन से ज्यादा बार फिल्में बन गई हैं। किसी ने बॉक्स ऑफिस पर की जबरदस्त कमाई तो किसी को दर्शकों ने बिलकुल भाव नहीं दिया। लेकिन, आज हम आपको बॉलीवुड के उस स्टाइल के बारे में बताएंगे में हैं, जिस पर वैसी भी बार फिल्म बनी फ्लॉप ही रही। ये वो बौद्ध धर्म है, जिसे तो कई लोग मनहूस ही संस्कार कहते हैं लगे हैं। इस कृति पर एक-दो तीन बार फिल्में नहीं बनीं हैं। क्या यह आपके जैसा ही है?
बॉक्स ऑफिस पर खराब तरह की पिटें इस दुकान से बनी फिल्में
ये कर्ज है ‘कर्ज’, जिस पर एक-दो नहीं तीन बार फिल्में बनीं और तीन बैक टू बैक फ्लॉप राइड्स। वैसे तो इस गैजेट पर तीन नहीं 9 सेकंड हैं, लेकिन इनमें से 6 सेकंड का समय। क्लासिक वाली बात तो ये है इन फिल्मों की भी बॉक्सऑफ़िस पर कुछ ख़ास रिस्पॉन्स नहीं मिले और भारी नुकसान का सामना करना पड़ा।
ऋषि कपूर गए थे एक्सप्रेस
यह कहानी 1980 में 1980 में घटित हुई थी। (टीनाअंबा) और सिमी गरेवाल लीड रोल एम उन दिनों ऋषि कपूर का स्टारडम पीक पर था, लेकिन इस फिल्म को कोई फायदा नहीं मिल सका। इस फिल्म के निर्देशक सुभाष घई बने क्लासिक कल्ट का टैग मिला। घंटे। ही असली कर पाई थी. असल में, वही वक्ता शेख खान स्टार कुर्बानी रिलीज़ हुई थी, जो इस फिल्म के अंतिम पर थी काफी असरदार। ऋषि कपूर ने अपनी बायोग्राफी में माना था कि इस फिल्म के फेलियर से वह बुरी तरह डिप्रेस हो थे।
यह क्या है?
1980 के दशक के 1980 के दशक के दांव। इस बार सनी लीड रोल में नजर आईं। सनी देवता के साथ फिल्म में सुनील एसोसिएट और लेखक भी लीड रोल में थे। 2002 में आई द्वारा ना 11 करोड़ में बनी ये पर के पै। जिससे कागजातों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
2008
सबसे बाद में सुभाष घई द्वारा निर्देशित ‘कर्ज’ का रीमेक आया। इस बार फिल्म में सिंगर हिमेश रेशमिया लीड रोल में हैं नीचे दिखाई दे रहा है। कर्ज़ पर इस बार श्रीश्रिष अशोक ने दांव लगाया। ये हिमेश रेशमिया की डेब्यू फिल्म थी जिसमें फॉक्सवैगन मांतोंडकर भी लीड रोल में थीं. 2008 में रिलीज़ हुई और इसकी सबसे ज्यादा बुरा लग रहा है. 24 सितंबर ये बॉक्स ऑफिस पर अपना बजट भी नहीं मिल पाया।
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