नई दिल्ली:
प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मणिरत्नम ने हाल ही में खुलासा किया कि उनकी 2000 की सुपरहिट तमिल फिल्म ‘अलाई पयुथे’ के लिए उनकी पहली पसंद शाहरुख खान और काजोल थे। हालांकि, उन्होंने इस विचार को छोड़ दिया क्योंकि उस समय वह फिल्म के क्लाइमेक्स को सही ढंग से अंतिम रूप नहीं दे पाए थे।
‘अलाई पयुथे’, जिसमें आर. माधवन और शालिनी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं, तमिल सिनेमा की एक रोमांटिक म्यूज़िकल क्लासिक है। बाद में इसे हिंदी में ‘साथिया’ नाम से रीमेक किया गया, जिसमें रानी मुखर्जी और विवेक ओबेरॉय मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म दो युवाओं की कहानी है, जो प्यार में पड़कर घर से भागकर शादी कर लेते हैं। हालांकि, शादी के बाद उनके रिश्ते में आई दरारें और जीवन की मुश्किलें उनकी कहानी को एक गहराई देती हैं।
मणिरत्नम का खुलासा
मुंबई में आयोजित जी5ए रेट्रोस्पेक्टिव ओपन फोरम में मणिरत्नम ने कहा,
“मैंने शुरू में ‘अलाई पयुथे’ को शाहरुख और काजोल के साथ बनाने की योजना बनाई थी। मैंने उन्हें कहानी सुनाई और वे सहमत भी हो गए। लेकिन मुझे कहानी का अंतिम भाग सही नहीं लग रहा था। फिल्म में जिस तरह दुर्घटना होती है और महिला गायब हो जाती है, उस समय मैं उस प्लॉट पॉइंट को सही से विकसित नहीं कर पाया था। इसलिए हमने इसे स्थगित कर दिया और ‘दिल से’ पर काम करना शुरू कर दिया।”
‘दिल से’ से मिला समाधान
मणिरत्नम ने यह भी बताया कि ‘अलाई पयुथे’ के अधूरे हिस्से को उन्होंने अपनी 1998 की फिल्म ‘दिल से’ के फिल्मांकन के दौरान हल किया। उन्होंने कहा,
“‘दिल से’ के पूरा होने के बाद मैं वापस ‘अलाई पयुथे’ पर लौटा और तब मुझे लगा कि मैं इसे सही तरीके से बना सकता हूं। इस फिल्म की कहानी और प्लॉट को लेकर मेरी दिलचस्पी तब भी बरकरार थी।”
‘साथिया’ का हिंदी रीमेक
‘अलाई पयुथे’ के हिंदी रीमेक ‘साथिया’ का निर्देशन शाद अली ने किया था। इस फिल्म ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि इसे आलोचकों से भी काफी सराहना मिली।
मणिरत्नम का फिल्ममेकिंग पर दृष्टिकोण
मणिरत्नम ने फिल्म निर्माण प्रक्रिया पर अपने विचार साझा करते हुए कहा,
“हर फिल्म अपने निर्माण के दौरान कई बदलावों से गुजरती है। चाहे वह कास्टिंग हो या कहानी, फिल्म हमेशा एक यात्रा की तरह होती है। यहां तक कि संपादन कक्ष में भी फाइन-ट्यूनिंग जारी रहती है। फिल्में जीवन के छोटे-छोटे टुकड़ों का प्रतिबिंब होती हैं, और यही उन्हें खास बनाता है।”
रेट्रोस्पेक्टिव का आयोजन
मणिरत्नम के काम को सम्मानित करने के लिए दक्षिण मुंबई के G5A गोदाम में 24 से 26 जनवरी तक तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उनकी कुछ प्रतिष्ठित फिल्मों जैसे ‘नायकन’, ‘बॉम्बे’, ‘रावण’, ‘कन्नथिल मुथामित्तल’, ‘कात्रु वेलियिदाई’, ‘अलाई पयुथे’ और ‘इरुवर’ की स्क्रीनिंग की गई।
मणिरत्नम का यह बयान उनके फैंस के लिए यह जानने का मौका था कि कैसे उन्होंने अपनी फिल्मों में कहानी और कास्टिंग को आकार दिया। उनकी फिल्में आज भी सिनेमा प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई हैं